लगाने का तरीका: पर्णीय छिड़काव
उत्पाद विवरण: अंशुल मैग्नीशियम में मैग्नीशियम सल्फेट (9.5% मैग्नीशियम) होता है
नोट: मैग्नीशियम की कमी उच्च वर्षा वाले क्षेत्रों या गीले क्षेत्रों में होती है, विशेष रूप से हल्की और अम्लीय मिट्टी में।
लाभ: मैग्नीशियम क्लोरोफिल का केंद्रीय परमाणु है। तिलहन में आलू, चुकंदर और वसा में स्टार्च की उच्च सांद्रता प्राप्त करने के लिए मैग्नीशियम आवश्यक है।
खुराक पर्ण स्प्रे:
एक लीटर पानी में 3.0 - 5.0 ग्राम अंशुल मैग्नीशियम घोलें। पहला छिड़काव 20-25 दिन बाद करें
प्रत्यारोपण। 10-15 दिनों के अंतराल पर दो और छिड़काव दोहराएं और फसल के मौसम के दौरान 2-3 छिड़काव करें। कपास में 3 छिड़काव लाल पत्ती रोग को नियंत्रित करने में सहायक होते हैं।